Sunday, 16 September 2018

*सभी प्रतियोगिताओं परीक्षा के लिए कम्प्यूटर विज्ञान विषय के अतिमहत्वपूर्ण पचास प्रश्न


प्रश्न-1)वह हार्डवेयर डिवाइस कौनसी है जिसे आमतौर पर कम्प्यूटर का ब्रेन कहते है?
उत्तर-सीपीयू!
प्रश्न-2)कम्प्यूटर का सबसे महत्वपूर्ण भाग है?
उत्तर-सीपीयू!
प्रश्न-3)1024 बाइट बराबर है?
उत्तर-1 KB!
प्रश्न-4)किसी प्रोग्राम में बग क्या होता है?
उत्तर-एरर!
प्रश्न-5)पी.सी. का अर्थ है?
उत्तर-व्यक्तिगत कम्प्यूटर!
प्रश्न-6)निम्नलिखित में से कौनसा कम्प्यूटरों को टेलीफोन लाइनों का प्रयोग करके डाटा अंतरित करने की अनुमति देता है?
उत्तर-मोडम!
प्रश्न-7)कोई कम्प्यूटर प्रोग्रामर क्या करता है?
उत्तर-वह कम्प्यूटर के लिए सभी प्रकार का चिंतन करता है!
प्रश्न-8)एक बाइट में होते है?
उत्तर-8 बिट!
प्रश्न-9)पहला सक्रियता इलेक्ट्रॉनिक अंकीय कम्प्यूटर है?
उत्तर-ENIAC!
प्रश्न-10)सी.पी.यू.का क्या अर्थ है?
उत्तर-सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट!
प्रश्न-11)C.D.-R.O.M. का पूर्ण रूप है?
उत्तर-कम्पेक्ट डिस्क रीड ओनली मेमोरी!
प्रश्न-12)निम्नलिखित उत्पादों में से कौनसा उत्पाद पेन्टियम ब्रांड नाम से बेचा जाता है?
उत्तर-माइक्रोप्रोसेसर!
प्रश्न-13)World Wide Web के आविष्कार कौन माने जाते है?
उत्तर-टिन बर्नर्स ली!
प्रश्न-14)याहू तथा गूगल तथा MSN है?
उत्तर-इन्टरनेट साइट्स!
प्रश्न-15)कम्प्यूटर शब्दकोष में CD अक्षरों का प्रयोग किसके लिये किया जाता है?
उत्तर-काॅम्पेक्ट डिस्क!
प्रश्न-16)निम्नलिखित में कौन एक कम्प्यूटर की भाषा नहीं है?
उत्तर-FAST!
प्रश्न-17)निम्नलिखित में कौनसी सूचना प्रौद्योगिकी शब्दावली नहीं है?
उत्तर-प्रकाश भण्डारण!
प्रश्न-18)पहले इलेक्ट्रॉनिक अंकीय कम्प्यूटर में क्या था?
उत्तर-वाल्व!
प्रश्न-19)अनुपम क्या है?
उत्तर-एक सुपर कम्प्यूटर!
प्रश्न-20)भारत में विकसित परम सुपर कम्प्यूटर का विकास किस संस्था ने किया है?
उत्तर-CDAC!
प्रश्न-21)कम्प्यूटर डाटा की सबसे छोटी इकाई है?
उत्तर-बाइट!
प्रश्न-22)माइकल एंजेलो वायरस है?
उत्तर-एक कम्प्यूटर वायरस!
प्रश्न-23)सभी कम्प्यूटरों में लागू होती है?
उत्तर-मशीनी भाषा!
प्रश्न-24)APPLE क्या है?
उत्तर-चौथी पीढ़ी का एक कम्प्यूटर!
प्रश्न-25)कौनसी भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र द्वारा विकसित सुपर कम्प्यूटर परियोजना है?
उत्तर-अनुपम!
प्रश्न-26)एक कम्प्यूटर की स्मृति सामान्य तौर से मेगाबाइट के रूप के रूप में व्यक्त की जाती है एक बाइट बना होता है?
उत्तर-आठ द्विआधारी अंकों का!
प्रश्न-27)डाटा के प्रेषण की गति को मापने के लिए सामान्यतः प्रयुक्त एकक है?
उत्तर-बिट प्रति सेकंड!
प्रश्न-28)कम्पाइलर क्या है?
उत्तर-एक ऐसा प्रोग्राम जो उच्च स्तरीय भाषा को मशीन भाषा में अंतरित करता है!
प्रश्न-29)असेम्बलर का कार्य है?
उत्तर-असेम्बली भाषा की यंत्र भाषा में परिवर्तित करना!
प्रश्न-30)स्पैम किस विषय से सम्बन्धित है?
उत्तर-कम्प्यूटर!
प्रश्न-31)ALU का पूरा रूप है?
उत्तर-Arithmetic Logic Unit!
प्रश्न-32)इन्स्ट्रक्शन्स के उस समूह को क्या है जो कम्प्यूटर को बताता है कि क्या करना है?
उत्तर-प्रोग्राम!
प्रश्न-33)निम्नलिखित में से कौन भारत की सबसे बड़ी साॅफ्टवेयर कम्पनी है?
उत्तर-टी.सी.एस!
प्रश्न-34)L.C.D. का पूरा नाम क्या होता है?
उत्तर-Liquid Crystal Display!
प्रश्न-35)जब कोई कम्प्यूटर कोई क्रमादेश लागू करता है तो वह क्रमादेश कहाँ पर अटक जाता है?
उत्तर-रोम!
प्रश्न-36)कम्प्यूटर की स्थायी स्मृति को क्या कहते है?
उत्तर-ROM!
प्रश्न-37)निम्न में से कौन निर्गम उपकरण नहीं है?
उत्तर-प्रकाशित लक्षण अभिज्ञाता!
प्रश्न-38)कम्प्यूटर वायरस है?
उत्तर-ऐसा कम्प्यूटर प्रोग्राम जो स्वयं की प्रतिलिपियाँ बना सके!
प्रश्न-39)दस लाख बाइट्रस लगभग होती है?
उत्तर-मेगाबाइट्स!
प्रश्न-40)पहली कम्प्यूटर भाषा कौनसी विकसित की गई थी?
उत्तर-फोरट्राॅन!
प्रश्न-41)कम्प्यूटर में प्रयुक्त आई.सी.चिप बनी होती है?
उत्तर-सिलिकाॅन की!
प्रश्न-42)निम्न में से कौनसा CRT का हिस्सा नही है?
उत्तर-गैस प्लाज्मा!
प्रश्न-43)लेजर प्रिन्टर में निम्नलिखित में से कौनसा एक लेजर प्रकार प्रयुक्त होता है?
उत्तर-अध्द॔चालाक लेजर!
प्रश्न-44)पहला कम्प्यूटर किसने बनाया था?
उत्तर-चार्ल्स बैबेज!
प्रश्न-45)आधुनिक कम्प्यूटरों का लघु रूपकरण संभव हो सकता है निम्न के प्रयोग से होता है?
उत्तर-समाकलित परिपथ चिप!
प्रश्न-46)कम्प्यूटर ऐप्लीकेशन्स को बनाने के लिए प्रयुक्त D.B.M.S. किसको कहते है?
उत्तर-डाटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम!
प्रश्न-47)निम्न में से कौन कम्प्यूटर ऑकड़ो की त्रुटिया प्रदर्शित करता है?
उत्तर-बग!
प्रश्न-48)E.N.I.A.C.क्या है?
उत्तर-एक इलेक्ट्रॉनिक कम्प्यूटर!
प्रश्न-49)निम्न में से कौनसी एक यंत्र सामग्री नहीं है?
उत्तर-प्रचालन तंत्र!
प्रश्न-50)एम.एस वर्ड.प्रयोग किया जाता है?
उत्तर-पघांश डाटा संशोधन हेतु!


Wednesday, 12 September 2018

प्रिंटर(printer)

प्रिंटर

प्रिंटर कागज पर जानकारी मुद्रित करने के लिए प्रयोग किया जाता है जो सबसे महत्वपूर्ण आउटपुट डिवाइस है.
प्रिंटर के दो प्रकार के होते हैं
प्रभाव प्रिंटर
गैर प्रभाव प्रिंटर

प्रभाव प्रिंटर

रिबन के खिलाफ हड़ताली द्वारा और कागज पर अक्षर मुद्रित कि प्रिंटर, प्रभाव प्रिंटर कहा जाता है.
प्रभाव प्रिंटर के लक्षण अनुसरण कर रहे हैं
  1. बहुत कम उपभोज्य लागत
  2. प्रभाव प्रिंटर बहुत शोर कर रहे हैं
  3. कम लागत की वजह से थोक मुद्रण के लिए उपयोगी
  4. एक छवि का निर्माण करने के लिए कागज के साथ शारीरिक संपर्क नहीं है
ये प्रिंटर दो प्रकार के होते हैं

  1. चरित्र प्रिंटर
  2. रेखा प्रिंटर

चरित्र प्रिंटर

चरित्र प्रिंटर एक समय में एक चरित्र प्रिंट जो प्रिंटर हैं.
ये आगे दो प्रकार के होते हैं

  1. डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर (DMP)
  2. डेज़ी चक्र

डॉट - मैट्रिक्स प्रिंटर

बाजार में सबसे लोकप्रिय प्रिंटर में से एक है क्योंकि मुद्रण सुविधाओं और किफायती कीमत के अपने आसानी के डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर है. मुद्रित प्रत्येक चरित्र डॉट के पैटर्न के रूप में है और सिर में यह कहा जाता है, यही वजह है कि एक चरित्र के लिए फार्म बाहर आता है जो आकार के पिंस के एक मैट्रिक्स (5 * 7, 7 * 9, 9 * 7 या 9 * 9) के होते हैं डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर.

लाभ
  1. सस्ता
  2. व्यापक रूप से इस्तेमाल
  3. अन्य भाषा के अक्षर मुद्रित किया जा सकता है
  4. नुकसान
  5. धीमी गति
  6. खराब गुणवत्ता

डेज़ी चक्र

हेड यह डेज़ी व्हील प्रिंटर कहा जाता है क्यों कि डेज़ी की पंखुड़ियों (फूल नाम) की तरह हैं पात्रों को इसी एक पहिया और पिंस पर झूठ बोल रही है. ये प्रिंटर आम तौर पर कुछ पत्र बहुत अच्छी गुणवत्ता के प्रतिनिधित्व के साथ यहाँ और वहाँ भेज करने की आवश्यकता होती है, जो कार्यालयों में शब्द संसाधन के लिए उपयोग किया जाता है.

लाभ
डीएमपी की तुलना में अधिक विश्वसनीय
बेहतर गुणवत्ता
चरित्र का फोंट आसानी से बदला जा सकता है.
नुकसान
डीएमपी की तुलना में धीमी
शोर
डीएमपी की तुलना में महंगा
 

रेखा प्रिंटर


रेखा प्रिंटर एक बार में एक पंक्ति मुद्रित जो प्रिंटर हैं. 




ये आगे दो प्रकार के होते हैं
प्रिंटर ड्रम
श्रृंखला प्रिंटर

प्रिंटर ड्रम

यह ड्रम प्रिंटर कहा जाता है तो यह प्रिंटर आकार में एक ड्रम की तरह है. ड्रम की सतह पटरियों की संख्या में विभाजित है. कुल पटरियों 132 अक्षरों का एक कागज चौड़ाई के लिए कागज यानी के आकार के बराबर हैं, ड्रम 132 पटरियों होगा. एक चरित्र सेट पटरी पर उभरा है. अलग वर्ण सेट, बाजार 48 वर्ण सेट में उपलब्ध हैं 64 और 96 वर्ण ढोल की set.One रोटेशन एक पंक्ति मुद्रित करता है. ड्रम प्रिंटर प्रति मिनट 300-2000 लाइनों के बीच में गति और गति में तेजी से कर रहे हैं.

लाभबहुत ही उच्च गति
नुकसानबहुत महंगा
वर्ण फोंट बदला नहीं जा सकता

श्रृंखला प्रिंटर

यह चेन Printers.A मानक वर्ण सेट 48, 64, 96 वर्ण हो सकता है कहा जाता है तो में चरित्र सेट के इस प्रिंटर श्रृंखला उपयोग किया जाता है.

लाभ
चरित्र फोंट आसानी से बदला जा सकता है.
अलग अलग भाषाओं में एक ही प्रिंटर के साथ प्रयोग किया जा सकता है.

नुकसान
शोर
वर्णों की किसी भी आकार मुद्रित करने की क्षमता नहीं है.

गैर प्रभाव प्रिंटर

रिबन के खिलाफ हड़ताली बिना और कागज पर अक्षर मुद्रित कि प्रिंटर, गैर प्रभाव प्रिंटर कहा जाता है. ये प्रिंटर पृष्ठ प्रिंटर के रूप में बुलाया भी, एक समय में एक पूरा पृष्ठ मुद्रित.
ये प्रिंटर दो प्रकार के होते हैं
लेजर प्रिंटर
Inkjet प्रिंटर
गैर प्रभाव प्रिंटर के लक्षण
प्रभाव प्रिंटर की तुलना में तेजी.
वे शोर नहीं कर रहे हैं.
उच्च गुणवत्ता.
कई फोंट और अलग चरित्र आकार का समर्थन करें.

लेजर प्रिंटर

ये गैर प्रभाव पृष्ठ प्रिंटर हैं. वे एक पृष्ठ पर मुद्रित करने के लिए पात्रों के फार्म की जरूरत डॉट्स का उत्पादन करने के लिए लेजर लाइट का उपयोग करें.

लाभ
बहुत ही उच्च गति.
बहुत उच्च गुणवत्ता का उत्पादन.
अच्छा ग्राफिक्स की गुणवत्ता दे.
कई फोंट और अलग चरित्र आकार का समर्थन करें.

नुकसान
महंगा.
एक भी मुद्रण में एक दस्तावेज़ के कई प्रतियां उत्पादन करने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है.

Inkjet प्रिंटर

Inkjet प्रिंटर एक अपेक्षाकृत नई तकनीक पर आधारित गैर प्रभाव चरित्र प्रिंटर हैं. वे कागज पर स्याही की छोटी बूंदों के छिड़काव से अक्षर मुद्रित. Inkjet प्रिंटर प्रदर्शन विशेषताओं के साथ उच्च गुणवत्ता के उत्पादन का उत्पादन.
कोई चोट किया जाता है क्योंकि वे कम शोर करते हैं और इन उपलब्ध प्रिंटिंग मोड के कई शैलियों है. रंगीन छपाई भी संभव है. इंकजेट प्रिंटर के कुछ मॉडल भी छपाई की कई प्रतियां उत्पादन कर सकते हैं.

लाभ
उच्च गुणवत्ता मुद्रण
अधिक विश्वसनीय
नुकसान
प्रति पृष्ठ लागत अधिक है के रूप में महंगा
लेजर प्रिंटर के लिए की तुलना के रूप में धीमा

अकाउंट मास्टर


प्रश्न 10. अकाउंट मास्टर क्या है ?

[What is Account Master?]

उत्तर- टैली में अकाउंट मास्टर कंपनी के लिए Accounts के चार्ट के रूप में जन जाता है | इसमें पूर्व में परिभाषित Account groups तथा vouchers उपलब्ध होते है | हमें अपनी कंपनी की आवश्यकता अनुसार इनको बनाना और परिभाषित कर्णम होता है | टैली में किसी भी कंपनी की Financial Accounting से सम्बंधित निम्नलिखित मास्टर्स आवश्यक होते है |

  • समूह (Groups)
  • लेजर (Ledger)
  • लागत के वर्ग (Cost Categories)
  • लागत केंद्र (Cost centers)
  • बजट (Budgets)
  • परिदृश्य (Scenarios)
  • मुद्राएँ (Currencies)
  • वाउचरों के प्रकार (Voucher types)
समूह (Ledger groups), लेजर (Ledger A/c) तथा voucher के प्रकार (Accounts voucher type) ये तीनो टैली में आवश्यक Accounts मास्टर होते है |

VAT composition


प्रश्न 8. VAT composition से संबंधित प्रश्न Tally 9 में कौन कौन सी विधि है |

[Write the steps to solve the problem of vat composition Tally 9?]

उत्तर- Steps I : सबसे पहले F11 से अग्रलिखित को Yes करेंगे |

    F2 : Inventory features में –

        i. Integrate Accounting 7 inventory – Yes

        ii. Allowing Invoicing – Yes

        iii. Inter Purchase In Invoice Format

                Use Debit/Credit Notes – Yes

                Use invoice Mode for Credit Note – Yes

                Use Invoice Mode for Details – Yes

         iv. Statutory discount column Invoice – Yes

                F3 : Statutory & Taxation

                Enable : Value Added Tax – Yes

                                Set/Alter Vat details – Yes

                                        VAT Details :

                State : Chhattisgarh

                Types of Dealer : Composition

                Composition sheme application : 1/1/2014

                Ctrl + A से Save करेंगे |

Step 2 : Account Information में जाकर निम्न खाते बनायेंगे –

        Ledger Group

                i. Purchase : Purchase A/c

                ii. Purchase Return : Purchase A/c

                iii. Sales : Sales A/c

                        Use in Vat Returns – Yes

                 iv.Sales Returns : Sales A/c

                        Use in vat return Yes

                        Vat/Tax class

                        Sales composition Tax & 0.5%

Step 3 : Accounting voucher में जाकर निम्न Entry pass करेंगे –

         a. F9 से Purchase Bill बनायेंगे |

         b. Ctrl + F9 (Debit Note) से Purchase Return की Entry pass करेंगे |

         c. F8 से Sale Bill बनाएंगे |

                    Ctrl + F8 (Credit Note) में Sales Return की Entry pass करेंगे |

Step 4 : फिर Vat Composition Report देखकर Vat Payable चुकाने की निम्न Entry pass करेंगे –

                    Composition Tax Dr.

                    To Cash/SBI (Bank)

Vat Composition Report देखने और Vat composition on printout निकालने के लिए |

Gateway of Tally→Display→Statutory Report→Vat composition Report→ Vat composition consumption.

यहाँ से Return preview देख सकते है और print out निकल सकते है |

इंटरनेट व उसके प्रयोग

परिचय (Introduction)

इंटरनेट से तात्पर्य एक ऐसे नेटवर्क से है जो दुनिया भर के लाखों करोड़ों कम्प्यूटरों से जुड़ा है। कहने का मतलब यह है कि किसी नेटवर्क का कोई सिस्टम किसी अन्य नेटवर्क के सिस्टम से जुड़ कर कम्यूनिकेट कर सकता है। अर्थात सूचनाओं का आदान-प्रदान कर सकता है। सूचनाओं के आदान प्रदान के लिए जिस नियम का प्रयोग किया जाता है उसे ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल या इंटरनेट प्रोटोकॉल (टीसीपी/आईपी) कहा जाता है।

इंटरनेट की सेवाएं

इसकी सेवाओं में कुछ का जिक्र यहां किया जा रहा है-

फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल (एफ टी पी)- फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल का उपयोग एक कम्प्यूटर नेटवर्क से किसी दूसरे कम्प्यूटर नेटवर्क में फाइलों को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है।

इलेक्ट्रॉनिक मेल ई-मेल- इसको संक्षिप्त रूप से ई-मेल कहा जाता है। इस माध्यम के द्वारा बड़ी से बड़ी सूचनाओं व संदेशों को इलेक्ट्रॅनिक प्रणाली द्वारा प्रकश की गति से भेजा या प्राप्त किया जा सकता है। इसके द्वारा पत्र, ग्रीटिंग या सिस्टम प्रोग्राम को दुनिया के किसी भी हिस्से में भेज सकते हं।

गो-फोर- यह एक यूजर फ्रैंडली इंटरफेज है। जिसके जरिए यूजर, इंटरनेट पर प्रोग्राम व सूचनाओं का आदान प्रदान किया जा सकता है। गोफर के द्वारा इंटरनेट की कई सेवाएं आपस में जुड़ी होती है।

वल्र्ड वाइड वेब (www)- इसके द्वारा यूजर अपने या अपनी संस्था आदि से सम्बंधित सूचनाएं दुनिया में कभी भी भेज सकता है, और अन्य यूजर उससे सम्बंधित जानकारियां भी प्राप्त कर सकता है।

टेलनेट- डाटा के हस्तांतरण के लिए टेलनेट का प्रयोग किया जाता है। इसके द्वारा यूजर को रिमोट कम्प्यूटर से जोड़ा जाता है। इसके बाद यूजर अपने डाटा का हस्तांतरण कर सकता है। टेलनेट पर कार्य करने के लिए यूजर नेम व पास वर्ड की जरूरत होती है।

यूजनेट- अनेक प्रकार की सूचनाओं को एकत्र करने के लिए इंटरनेट के नेटवर्क, यूजनेट का प्रयोग किया जाता है। इसके माध्यम से कोई भी यूजर विभिन्न समूहों से अपने लिए जरूरी सूचनाएं एकत्र कर सकता है।

वेरोनिका- वेरोनिका प्रोटोकॉल गोफर के माध्यम से काम करता है। यूजर, गोफर व वेरोनिका का प्रयोग एक साथ करके किसी भी डाटा बेस पर आसानी से पहुंच सकता है। इनके प्रयोग से जरूरी सूचनाएं तेजी से प्राप्त की जा सकती हैं।

आर्ची- फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल (एफटीपी) में स्टोर फाइलों को खोजने के लिए आर्ची का प्रयोग किया जाता है।

Sunday, 9 September 2018

Voucher Entry


प्रश्न 7. Voucher Entry से आप क्या समझते है ? Voucher के प्रकार लिखिए |

[What do you mean by voucher entry ? Explain various types of voucher.]

OR

Accounting में उपयोग होने वाले voucher entry और voucher के प्रकारों को समझाइये |

[Explain voucher entry and various types of voucher used in accounting]

OR

Voucher के विभिन्न प्रकारों को समझाइये |

[ Explain the types of voucher.]

उत्तर- लेखकर्म में voucher एक ऐसे document होते है जिनमे financial transaction के details होते है| उदाहरण के लिए Purchase i9nvoice, Sales Receipt, Bank Interest Statement आदि जब भी इस प्रकार के Transaction होते है तो Company के financial position को update करने के लिए voucher का प्रयोग Ledger में किया जाता है|

Accounting Vouchers :

Tally में पाए जाने वाले vouchers निम्नलिखित है –

1. Control Voucher (F4) : Cash व Bank Account के बीच Fund transfer को Record करता है| उदाहरण- Petty cash के लिए Bank से पैसा निकालना|



2. Payment Voucher (F5): सभी Bank व Cash payment को Record करता है | 

उदाहरण- कोई company cheque द्वारा ग्राहक का bill sattles करता है | 


3. Receipt Voucher(F6) : यह Bank या Cash Account में प्राप्त होने वाले Receipt को Record करता है| 

4. Journal Voucher (F7) : यह ledger accounts के बीच के adjustments को Record करता है|

5. Sales Voucher (F8) : यह Sales के सभी Records को Store करता है|

6. Credit Note Voucher (Ctrl + F8) : इसमे Sales Return और customer over charging की credit note entry record की जाती है |

7. Purchase Voucher (F9): सभी Purchase को Record करता है|

8. Debit Note (Ctrl + F9) : Purchase Return या Supplier द्वारा overcharging को Record करने में इस voucher का प्रयोग होता है|

(Payroll) पेरोल


प्रश्न 9. (Payroll) पेरोल क्या है और इसका प्रयोग और विधि बताइये |

[What is payroll and how it is used in different field and steps.]

उत्तर – किसी company के विभिन्न कर्मचारियों को प्रतिमाह वेतन के रूप में मूल वेतन (Basic Salary), भत्ते (Allowances) दिए जाते है और उनके वेतन में एक निश्चित राशी अंशदान के रूप में काटकर provident fund और Employee Statutory fund/Insurance में जमा की जाती है इसे employee contribution कहते है | Company द्वारा भी एक निश्चित राशि अंशदान के रूप में काटकर जमा की जाती है | इस जटिल Salary structure का निर्धारण और प्रयोग Tally 9 Payroll आसानी से करता है और सुविधाए प्रदान करता है ;

जैसे –


  • टैली पेरोल प्रयोग करने में सरल है|

  • टैली पेरोल, Employees groups, Classification और Sub-Classification के साथ Pay कॉम्पोनेन्ट; जैसे – user-definable earning deductions आदि उपलब्ध कराती है|

  • यह उपस्थित, समय, उत्पाद की इकाई या किसी और criteria के आधार पर salary की गणना करती है|

  • टैली पेरोल लोन्स और Advances पर नजर रखने और उसकी Recovery के लिए सहायता प्रदान करता है|

Payroll option का प्रयोग करने की विधि –

Step 1 : सबसे पहले F11 Press करके Option Yes करे|

    1. Maintain Payroll - Yes

            Morethan one payroll/Cost category - Yes

                        Ctrl + A

Step 2 : फिर Gateway of Tally से Payroll Info से जाकर निम्न Master बनायेंगे-

         i. Attendance production type fraction

             a. Name – Personal leave

                    Under – Primary

                    Attendance type – Attendance/leave with pay

                    Period Type – Days

इसी प्रकार sick leave और causal leave के लिए बनायेंगे |

            b. Name : Absent

                    Under : Primary

                    Attendance : Attendance/Without pay

                     Type : Days

                    Pay head creation

                    Name: Basic Salary pay head info. को keyboard पर दबाकर अथवा ऐरो की सहायता से इस option पर आकर ENTER को दबाकर या डबल क्लिक करके चुनते है |

                        Payhead type : Earning for Employees

                        Under : Indirect Exp

                        Affect net Salary : Yes

                        Name to Appear : B.S

                        Calculation Type : on attendance

                        Attendance leave with pay : Absent

                        Calculation period : Month/Yearly

                        Compute Info.

                        Compute : On spacified formula

                        Function : Pay head

                        Add pay head : Basic Salary

                        Objective form Amt. : Slab Rate

                        Name : House rent Allowances pay head info.

                        Pay Type : Earning for employee

                        Affect Net Salary : Yes

                        Name to Appear : HRA

                        Calculation of Period : Monthly

                        इसी प्रकार Assistant manager और Executive की Salary Details भी लिखेंगे |

Friday, 7 September 2018

तलपट (Trial Balance)


प्रश्न 6. तलपट को उदाहरण सहित समझाइए |

[Explain Trial Balance with the help of Example.]

उत्तर- Trial balance एक statement है जिसे Ledger Accounts के Debit और Credit balance के Book कि गणितीय शुद्धता कि जाँच के लिए बनाया जाता है |

Objectives :

Ledger Accounts में गणितीय शुद्धता कि जाँच करने के लिए |

Error का पता लगाने के लिए |

Final Account तैयार करने के लिए सुविधा प्रदान करने के लिए |

लाभ- (1) इसकी सहायता से समय-समय पर बहीखातो में समय पर गणितीय शुद्धता कि जाँच हो जाती है |

(2) यदि कोई error मिलता है तो उसे Final Account बनाते समय पकड़ा जा सकता है |

(3) Final Account बनाने के लिए आधार प्रदान करता है |

Methods :

Total Method : इस Method में Ledger Account के debit side व credit side को जोड़ा जाता है |

Balance Method : इस Method में account के credit side व debit side के balance को एक दुसरे के सापेक्ष record किया जाता है |

Tally Ledgers creation


प्रश्न 5. टैली में Ledgers व groups पर विस्तारपूर्वक टिपण्णी लिखिए|

[Write a brief note on ledgers and groups in Tally.]

OR

Tally Ledger creation को समझाइए |

[Explain creating of ledgers in tally.]

OR

Ledger और groups को समझाइए |

[Explain ledger & groups.]

OR

Writer the steps of setting up ledger and group in Tally.

उत्तर- Ledgers : Ledgers हिसाब –किताब कि वह महत्वपूर्ण पुस्तक है जिसमे सभी Real, Personal व nominal के Accounts के स्थायी लेखे रखे जाते है, जिससे किसी भी खाते कि स्थिति का ज्ञान आसानी से हो सके |

Tally में Ledgers बनाना

Gateway of tally में जाये |, (2) Accounts Info में Enter करे|, (3) Ledgers में Enter करे |

Create में Enter करे | एक Ledger creation screen open होगा |

Name में Proprietors Capital Account टाइप करे|

Group of list से Capital Account को Select करे |

Opening balance field में 25000 टाइप करे |

Y Key को Press करे |

Groups: एक ही प्रकार के Ledgers के collection को ही groups कहा जाता है | जैसे- Telephone bill व electricity charges के लिए Ledgers के Groups.

Groups create करने के steps-

Gateway of Tally में जाए|, (2) Accounts info में Enter करे |, (3) Groups में Enter करे |

Groups Menu दिखाई देगा |

(4) Single Groups में create पर Enter करे |

निम्नलिखित Sundry Debtors Ledger Account को create करे-

Groups : Delhi Debtors व Bhopal Debtors under North India Debtors.

(5) Y बटन Press करे |

टैली में company


प्रश्न 4. टैली में company क्या है? नयी company बनाने के steps लिखिए| उचित उदाहरण दीजिये|

OR

Tally में company बनाना समझाइए|

[Explain creation of company in tally.]

उत्तर- टैली में company एक Business Organization को कहा जाता है जिसके लिए Tally में account open किया जाता है| Company एक व्यापारिक संस्था होती है जिसके लिए Tally को use किया जाता है| Tally में एक से अधिक कम्पनी बनाये जा सकते है| 


New Company Create करने के Steps: 

1. Gateway of Tally में जाएँ| 

2. Create Company को सेलेक्ट करे| 

3. Enter बटन Press करे| 

4. एक Company creation screen खुलेगा| इसमें निम्नलिखित fields होंगे| 


Directory: इस field में कंपनी बनने पर data कहाँ store होगा उसका path specify करना होता है|

Name: इस field में company का नाम Insert करना होता है|

Mailing Name: Company का पत्र व्यव्हार के लिए नाम इस field में देना होता है|

Address: Company का address यहाँ टाइप करें|

Statutory Compliance for: देशों कि list से India को select करें|

State: अपने राज्य को select करें]

Pin code: अपने पते का Pin Code डालें|

Email: Tally के document व report में use करने के लिए e-mail ID डालें|

Financial year from : Company के Business के लिए वित्त वर्ष का selection करें|

Tally vault Password : Company के data को security देने के लिए password use किया जा सकता है|

Enter बटन दबाएँ

Yes के लिए Y Key को Press करें|

आपका company create हो जायेगा|


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